लखनऊ : भोपाल जेल में कैद आतंकवाद के आरोप में आठ आतंकियों का फरारी व मुठभेड़ को फर्जी करार दिया है रिहाई मंच ने सोशल मीडिया से मिले एक विडियो को जारी करते हुए पुलिस पर सबाल उठाये की जिस तरह शव दिख रहे है उसे साफ है की उनेह मारकर फेका गया है जिस तरह से एक पुलिस वाला एक शख्स पर गोली चला रहा था और पीछे से गालियो के साथ आवाज आ रही थी की गोली मत चला वीडियो बन रहा है उस से ये साफ हो गया है की पुलिस मारने के बाद मीडिया के सामने खुद को सच साबित करने के लिए मुठभेड़ का नाटकीय रूपांतरण कर रही है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मंच ने सबाल उठाया की कल होने वाले मध्य प्रदेश स्थापना दिवस को लेकर बहुसंक्या आवाम में दहसत फैलाने के लिए क्या पुलिस ने इस घटना को अंजाम दिया है।
रिहाई मंच अध्यक्ष मोहम्मद शोएब ने कहा की जब भोपाल आईजी योगेश चौदरी इस बात को कहे रहे है के फरार कैदियों ने पुलिस के ऊपर गोलीबारी की तो वह हथियार और गोला बारूद का ब्योरा देने से क्यों बच रहे है मंच के अध्यक्ष ने कहा इस से पहले खंडवा जेल से चादर की रस्सी बनाकर फरार होने की कहानी को ही फिर से पुलिस ने भोपाल में दोहराया है अगर जेल से भागने में कोई सच्चाई होती तो पुलिस खुद क्यों नहीं सबक लेती।
1- भोपाल सेन्ट्रल जेल को अंतररास्ट्रीय मानक आईएसओ-14001-2004 का दर्ज प्राप्त है जिस में सिक्योरटी भी एक अहम् मानक है ऐसे में वह से फरार होने का कोई सबाल ही नहीं उठता
2-पुलिस जिन केदियो को मुठभेड़ में मारने का दावा कर रही है इस से साबित होता है की मध्य प्रेदश सरकार आतंक के आरोपियों की झूठी फरारी और फिर फर्जी मुठभेड़ की आड़ में दहसत की राजनीती कर रही है
3-यह अहम सबल है की जिन आठ केदियो को भगाने की बात हो रही है जेल के A ब्लॉक और B ब्लॉक में कैद थे ऐसे में सवाल है की अगर किसी एक ब्लॉक में केदियो ने बंदी रक्छक की हत्या की तो यह कैसे संभव है और दूसरे ब्लॉक के कैदी भी फरार हो गए
4-ऐसे में पुलिस का कहना है की केदियो ने चादर की रस्सी बनाकर सीडी की तरह इस्तेमाल करना
फिर इतनी ऊँची दीवार पर ऊपर फ़ेकना यह सम्भब हो ही नहीं सकता
5-फिर वही मध्य प्रेदश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल पुलिस द्वारा सिमी के आठ आतंकवादियो को मर गिराने पर पुलिस की पिट थप थपाई।
रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव ने कहा की भोपाल में हुई घटना के बाद देश के विभिनन जिलो में कैद आतंक के आरोपियो के परिजनों को काफी डर लग रहा है की कही इंसाफ से पहले उनके बच्चो का कत्ल न कर दिया जाये ऐसे में रिहाई मंच ने देश की अनोक जेलो में कैद आतंक के आरोपियो की सुरक्षा की गारंटी की मांग की है ताकि टेरर पॉलिटिक्स का असली चेहरा सामने आ सके में की बेगुन्हा की लाशें।
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