नई दिल्ली: नोटबंदी का आज 14वां दिन है. बैंक और एटीएम की लाइन में देश अब भी खड़ा हुआ है. नोटबंदी से सबसे ज्यादा मुसीबत उनकी हो रही है जिनके घरों में शादी है. सरकार ने शादी वाले घरों को ढाई लाख रुपये बैंक से निकालने की राहत दी है, लेकिन रिजर्व बैंक के नए आदेशों के बाद लोगो को ये राहत कम और आफत ज्यादा लग रही है।
प्रधानमंत्री ने वादा किया था कि नोटबंदी के बाद बेईमानों की तो खैर नहीं मगर जो ईमानदार हैं उन्हें परेशान नहीं किया जाएगा. लेकिन आरबीआई की नई गाइडलाइन पर अगर आप नजर डाल लें तो पसीने छूट जाएंगे. सरकार की तरफ से शादी के लिए ढाई लाख रुपये निकालने की छूट देने के चार दिन बाद अब आरबीआई ने इसको लेकर गाइडलाइन जारी की है।
दिल्ली के आदर्श नगर में रहने वाले सुशील की बहन की शादी 26 नवंबर की है, लेकिन खर्चे के लिए ये अपने पिता जरनैल के साथ कई दिन से बैंक की लाइन में लग रहे हैं. दोनों परेशान हैं कि शादी कैसे होगी मुंबई के अंधेरी में तो खुद दूल्हा पिछले चार दिनों से बैंक के चक्कर काट रहा है, इस उम्मीद से कि शादी का कार्ड दिखाकर उसे ढाई लाख रुपए मिल जाएंगे, पर अभी तक वो खाली हाथ ही लोट रहे है।
आरबीआई के निर्देश पैसा या तो दूल्हा-दुल्हन या फिर उनके माता-पिता में से एक व्यक्ति ही निकाल पाएगा.वर-वधु पक्ष अलग अलग 2.5 लाख रुपए निकाल सकते हैं.ये स्थापित होना चाहिए कि जिन लोगों को ये पैसा दिया जाना है, उनके बैंक अकाउंट नहीं हैं.प्रमाण के तौर पर शादी का कार्ड, शादी से जुड़े खर्चों में एडवांस पेमेंट की रसीद भी देनी होगी.शादी के कार्ड के साथ वर-वधु की पूरी जानकारी भी देनी होगी लगता है शादी करना किसी कैश लड़ने जैसा हो गया है।
आरबीआई के इस दिशानिर्देशों पर सरकार के विरोधी भी सवाल उठा रहे हैं. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा है, ‘’सालियों को जूता चुराई के रुपए देंगे तो सालियों की लिस्ट बैंक को दें और साबित करें कि सालियों का बैंक अकाउंट नहीं है. सालियां रसीद देंगी।
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