लखनऊ। यूपी एटीएस ने गणतंत्र दिवस से एक दिन पहले बुधवार को सेना की जासूसी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। एटीएस ने मंगलवार देर रात लखनऊ, सीतापुर और हरदोई से 10 युवकों को जबकि मास्टर माइंड गुलशन को दिल्ली से गिरफ्तार किया है।गिरफ्तार होने वाले सभी लोगों के सम्बन्ध में जानकार सूत्रों के अनुसार कहा जा रहा है कि सभी हिन्दू कट्टर पंथी भगवा संगठन से सम्बंधित हैं।
ये युवक अवैध एक्सचेंज के जरिए विदेशों से आने वाली कॉल को एक डिवाइस से लोकल कॉल में बदलकर सेना के अफसरों को फोन करते थे और खुफिया जानकारी जुटाने में लगे थे। एटीएस ने इन नंबरों को सर्विलांस पर लेकर सुना तो पता चला कि यह काम लखनऊ, सीतापुर व और हरदोई से हो रहा है।
यूपी में गिरफ्तार युवकों को बुधवार को लखनऊ में प्रभारी विशेष एसीजेएम रजनीश मिश्रा की अदालत में पेश किया गया। सभी को 7 जनवरी तक के लिए जेल भेज दिया गया है।
एटीएस के आईजी असीम अरुण ने बताया कि इस गिरोह के पास से 10 सिम बॉक्स, सवा सौ से अधिक सिमकार्ड, आधा दर्जन लैपटॉप, दर्जनों मोबाइल और डाटाकार्ड बरामद किया गया है। ये न सिर्फ सेना से संबंधित खुफिया जानकारी हासिल करने की कोशिश में लगे थे, बल्कि अवैध एक्सचेंज से भारत सरकार को आर्थिक नुकसान भी पहुंचा रहे थे।
नंबर यूपी का, कॉल पाकिस्तान से:
जम्मू-कश्मीर में सेना के खुफिया विभाग के अधिकारियों ने यूपी एटीएस को सूचना दी थी कि यूपी के कुछ नंबरों से सेना की टुकड़ियों के पास जासूसी की नीयत से फोन आ रहा है। एटीएस की जांच में पता चला कि सेना के पास जिन नंबरों से कॉल पहुंच रही थी, वे यूपी के शहरों के नंबर थे, लेकिन कॉल पाकिस्तान से आ रही थी।
गिरोह के सदस्य इंटरनेशनल कॉल के लिए इस्तेमाल होने वाले अंतरराष्ट्रीय गेटवे के स्थान पर अपना गेटवे इस्तेमाल कर रहे थे। इसके लिए इनके कई एजेंट अलग-अलग हिस्सों में अवैध टेलीफोन एक्सचेंज चला रहे थे। जांच में दूरसंचार विभाग की निगरानी वाले विभाग दूरसंचार प्रवर्तन, संसाधन एवं निगरानी सेल ने मदद की।
गिरफ्तार हुए आतंकी:
लखनऊ : राहुल रस्तोगी, शिवेंद्र मिश्रा, इर्षित गुप्ता, विशाल कक्कड़, राहुल सिंह।
हरदोई : विनीत कुमार।
सीतापुर : ऋषि हीरा, श्याम बाबू, उत्तम शुक्ला, विकास वर्मा।
दिल्ली में फिटजी में पढ़ाता है मास्टरमाइंड:
गिरोह के मास्टरमाइंड गुलशन को दिल्ली के महरौली से गिरफ्तार किया गया है। गुलशन आईआईटी जेई की कोचिंग इंस्टीट्यूट फिटजी में टीचर है। गुलशन विदेशों में रहने वालों से इस सुविधा का लाभ लेने के लिए कहता था।
लखनऊ, सीतापुर और हरदोई में पकड़े गए युवकों ने बताया कि इस काम के लिए सिम पर मंथली अनलिमिटेड कॉल वाले रिचार्ज तक का इस्तेमाल होता था। गुलशन प्रतिदिन प्रति स्लॉट दो डॉलर के हिसाब से भुगतान करता था।
गुलशन अपने एजेंट्स को मोबाइल, लैपटॉप और इंटरनेट सुविधा मुहैय्या कराता था। एटीएस अब गुलशन के विदेशों में मौजूद सहयोगियों के बारे में पता कर रही है। गुलशन खासकर पाकिस्तान, दुबई, बांग्लादेश और सऊदी अरब में बैठे लोगों से इंटरनेट कॉल को सिम बॉक्स से वाइस काल में कन्वर्ट कराकर इंडिया के नंबर से ही कॉल कराता था।
इसके लिए विदेश में बैठा व्यक्ति कालिंग ऐप का भी इस्तेमाल करता था। दिल्ली में पेश होने की बाद एटीएस गुलशन की रिमांड मांगेगी।
बॉथरूम में छिपाकर रखे थे सिम बॉक्स:
उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने सेना की जासूसी करने में जुटे जिस गिरोह का पर्दाफाश किया है, वह इंटरनेशनल कॉल को लोकल में बदलकर खुफिया जानकारी जुटाने में लगा था।
एटीएस के आईजी असीम अरुण ने बताया कि लखनऊ, सीतापुर, हरदोई में एटीएस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया। इनकी निशानदेही पर सिम बॉक्स डिवाइस बरामद की है, जिसे अलग-अलग जगह बाथरूम में छिपा रखा गया था। इसमें 16 और 32 सिम लगाने के स्लॉट थे।
ऐसे काम करता था सिम बाक्स उपकरण:
विदेश में बैठा व्यक्ति भारत में बैठे एजेंट को इंटरनेट कॉल करता है और एजेंट सिम बॉक्स से वाइस कॉल में बदलकर भारत में उन नंबरों पर बात करा देता, जिसपर सरहद पार बैठा व्यक्ति बात करना चाहता है।
भारत में जिसके पास कॉल पहुंचती, उसे भारत का नंबर ही दिखाई देता है। केंद्रीय दूरसंचार विभाग की निगरानी सेल की मानें तो इस तरह की कॉल भारत में वैध नहीं। एटीएस के अपर पुलिस अधीक्षक राजेश साहनी ने बताया कि सर्विलांस की मदद से सिम की लोकेशन ट्रेस की गई। फिर ऑपरेशन को अंजाम दिया गया।
किसके पास क्या मिला:
लखनऊ : अलीगंज के राहुल रस्तोगी, मड़ियांव के शिवेंद्र मिश्रा, अमीनाबाद के हर्षित गुप्ता, राजाजीपुरम के विशाल कक्कड़, प्रियदर्शनी कॉलोनी, सीतापुर रोड के राहुल सिंह को गिरफ्तार किया है। इनसे तीन लैपटॉप, 12 सिमबाक्स, 100 से अधिक सिम, 25 मोबाइल फोन व डाटाकार्ड भी बरामद हुआ है।
हरदोई : विनीत कुमार दीक्षित निवासी सराय थोक पश्चिम थाना कोतवाली को गिरफ्तार कर दो सिम बॉक्स, 13 सिमकार्ड वोडाफोन, दो लैपटॉप, दो पेनड्राइव और 4 मोबाइल बरामद किए हैं।
सीतापुर : चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें चर्च रोड के रिषि होरा, सुक्खूमल रोड के श्याम बाबू, शमशेर बाग के उत्तम शुक्ला, सिविल लाइन के विकास वर्मा हैं। इनसे दो सिम बॉक्स, 28 सिम, मोबाइल और 3जी डाटा कार्ड बरामद किया है।
जनता के लिए भी सस्ती कॉल:
इसका इस्तेमाल सिर्फ देश के दुश्मन ही नहीं, बल्कि चंद पैसे बचाने के लिए विदेशों में रहने वाले अपने लोग भी करते थे। इससे न सिर्फ प्रति कॉल प्रति मिनट 53 पैसे का टर्मिनल चार्ज का नुकसान विदेशों से भारत में काल कराने के लिए अधिकृत कंपनी को हो रहा था, बल्कि केंद्र सरकार को भी नुकसान हो रहा था।
देश से बाहर रखते हैं सर्वर:
राजेश साहनी ने बताया कि यह अपने सर्वर देश के बाहर छोटे देशों में रखता था। विदेशों में बैठे क्लाइंट्स को ऑफर करता था। वहीं टर्म के निदेशक अशोक राघव ने बताया कि इस केस में दूरसंचार प्रवर्तन, संसाधन एवं निगरानी सेल (टर्म) के पास भी शिकायतें आ रही थीं, जिन पर काम हो रहा था। चार महीने से यह ऑपरेशन एटीएस और टर्म के सहयोग से चल रहा था।
यहां करें शिकायत:
अगर किसी के पास विदेश से फोन आता है, और स्क्रीन पर भारत का नंबर डिस्पले होता है, तो टर्म सेल के हेल्पलाइन नंबर 1800110420 या 1963 पर शिकायत कर सकते हैं। अशोक राघव ने भरोसा दिलाया कि शिकायत करने वाले और उसके साथी या रिश्तेदार को परेशान नहीं किया जाएगा। इसके लिए भारत सरकार ने भी एडवाइजरी जारी की है।
बेरोजगारी का उठाया फायदा:
जिन युवकों को पकड़ा गया, उनमें कई काफी गरीब हैं। इसी में से एक सीतापुर से पकड़ा गया युवक भी है। उसके मकान का किराया गुलशन देता था। बाइक भी दिलाई थी। दस हजार रुपये वेतन दे रहा था।
सीतापुर में एक घर के बाथरूम से यह काम चल रहा था। जहां दो सिम बाक्स और दो लैपटॉप रखे थे। कई संपन्न घराने के लड़के भी इसमें शामिल हैं।
डीजीपी देंगे ईनाम:
ऑपरेशन टीम में शामिल स्टॉफ को इस कार्य के लिए डीजीपी जावीद अहमद ने पुरस्कृत करने की घोषणा की है। एटीएस के अपर पुलिस अधीक्षक राजेश साहनी, केएम राय, कृपाशंकर दीक्षित, विनोद शुक्ला, दिनेश शर्मा और सुरेश गिरि, उप निरीक्षक संजय सिंह के साथ ही हेड कांस्टेबल शैलेंद्र सिंह, कांस्टेबल लालधारी यादव, प्रवीण कुमार राय को सम्मानित किया जाएगा। This post Source Link myzavia .com
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