अभी हाल ही में तीन तालक का मुद्दा मिडिया और पूरे देश में छाया हुआ है। जहाँ मुस्लिम महिलाओं को तलाक तलाक तलाक बोल कर छोड़ दिया जाता है। इस पर एक मुस्लिम युवक ने कुछ सवाल उठाए हैं कि देश सिर्फ मुस्लिम महिलाओं के लिए ही ऐसा क्यों बोल रहा हैं। पहले आप हिन्दू महिलायों की हालत तो देखो जहाँ पर मुस्लिम महिलायो से भी जयादा इनकी हालत खराब हैं।
इस मुस्लिम युवक का कहना है कि आरएसएस और संत लोग क्या करते हैं 15-16 साल की उमर में 15 या 16 साल की लड़कियों से शादी करते हैं और आरएसएस विंग में चले जाते हैं या संत बन जाते हैं। उनके जाने के बाद उन महिलयों की हालत क्या होती होगी, उनका खाना पीना, रहना आदि ।ये न तो शादी शुदा होती हैं और न ही तलाक शुदा ,उनकी क्या हालत होती हैं? ये तो सभी जानते ही हैं। और इसकी सब से बड़ी मिशाल खुद नरेंद्र मोदी जी हैं। और आरएसएस वाले लोग हैं ।और इनमे से कुछ तो शादी भी नही करते हैं और उसके बाद भी 25 प्रतिशत तादाद इनकी बढ़ी है। इनके लिए कोई आवाज़ नही उठायेगा। न ही नरेंद्र मोदी, न आरएसएस वाले और न ही कोई और।
इस युवक ने दुसरा सवाल उठाया जो कि दहेज का है ।उसने बतया कि उसकी कई हिन्दू महिलाये मित्र हैं जो उन्हें इस के बारे में बताती है कि किस तरह से हिन्दू दहेज के बारे में सोचते है। यदि कम दहेज या उनकी आवश्यकता के अनुसार न दिया जाये तो ये उन महिलायों का जीना दुस्वार कर देते हैं। जिनमे से कई तो अपनी जान भी देती है या ये उन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर कर देते हैं।
तीसरे मुद्दे के रूप में उसने कह कि हिन्दू लोगो मे सबसे अधिक लोग कोख में बचे की हत्या करते हैं। उस पर पहले मुद्दा उठाइये। हमारा तो 1600 साल का रिवाज है पर आप का हजारो वर्षो से चला आ रहा है इसे हटाइए फिर हमे कहिए। SOURCE:TIMESMEDIA24
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