मुंबई – राज्य सरकार अमेरिकन टेक्नोलोजी से एक लैब की स्थापना करने जा रही है जोकि मादा बछड़ो को जन्म देने में सहायक होगी।महाराष्ट्र सरकार को मजबूरन ये फैसला लेना पड़ा है।
दरअसल दो साल पहले महाराष्ट्र सरकार ने बीफ पर बैन लगा दिया था जिसके बाद बैलो की आबादी में इजाफा होने के बाद सरकार को नर बछड़ो ना जन्म होने पाए इस लिए लैब की स्थापना करेगी।आज तक के समय में बैल किसानो के लिए उपयोगी नहीं रहे वही गाये दुध उत्पादन के कारण आर्थिक रूप से लाभकारी है ।
बीफ पर बैन से पहले बैलो को स्लाटर हाउस में काट दिया जाता था लेकिन बैन के बाद बैल किसान के लिए बोझ बन गये है आजकल खेती भी ट्रक्टर से होती है। राज्य की एनिमल हसबेंडरी और डेयरी विभाग स्ट्रॉ सीमेंस को वितरित करके मादा बछड़ो के जन्म को सुनिश्चित करायेगा।लैब की स्थापना में आठ करोड़ का खर्चा आयेगा।पंजाब और कर्नाटक में इस टेकनीक का उपयोग पहले से ही हो रहा है।
एनिमल हसबेंडरी और डेयरी मंत्री महादेव जनकार ने इस बाबत बोलते हुए कहा कि पुणे में इस लैब की स्थापना होगी। इससे दूध उत्पादन में मदद मिलेगी।
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