यह घटना सहारनपुर के पास हुयी जिसमे एक जन की मौत हो गई और एक दर्ज़न से ज्यादा घायल हो गए है.और इस मामले में किसी भी व्यक्ति के बारे में कोई भी कार्यवाही नहीं की गई और इस घटना का कोई भी आरोपी अभी तक गिरफ्तार नहीं हुआ है लेकिन एक बात गौर करने वाली है, उन घायलों में एक मुस्लिम शख्स को छोड़कर अन्य सभी दलित हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक इन लोगों को उस वक्त निशाना बनाया गया.
और ये घटना तब हुयी जब वो लोग शब्बीरपुर गांव में हुई बीएसपी चीफ मायावती की सभा से अपने घरों की तरफ लौट रहे थे. और जब उनपर हमला किया गया तो कुछ पीड़ितों का कहना है कि उन पर ठाकुरों ने रॉड, लाठियों और चाकुओं से हमला किया. लेकिन पुलिस को हमलावरों की पहचान करने के लिए कोई सबूत हाथ नहीं लगा है. और न ही कोई पकड़ा गया है. सहारनपुर के एसपी प्रबल प्रताप सिंह ने कहा, जिला अस्पताल में एक मृत शख्स को लाया गया था, जबकि 13 लोग घायल थे. इनमें से 3 गंभीर रूप से घायल थे. और सभी लोगों को इलाज हेतु मेरठ भेजा गए है.
एक घायल जिसका नाम इंद्रपाल है उसने कहा, मायावती की रैली के डेढ़ घंटे बाद उन पर 10 लोगों ने हमला कर दिया. उनमें से 5 राजपूत मेरे ही गांव के थे. और जिनके पास हथियार थे और उन्ही ने सरियों और लाठियों से वार किया. मेरे दोनों हाथों की हड्डियां टूट गईं और सिर में भी चोट आई है. और इस पूरे घटना के आरोपी राजपूत दल के सदस्य बताये जा रहे है.
सहारनपुर के ही जिला अस्पताल के सीएमओ बीएस सोढ़ी ने मीडिया को बताते हुए कहा कि मृतक की पहचान सरस्वा के निवासी आशीष मेघराज (25) के तौर पर हुई है. और उसके पेट में चाकू घोंपा गया था और शरीर के हाथ व पैर भी बुरी तरह मार के कारण पूरी तरह से टूट चुके थे और उन्होंने कहा, एक शख्स गोली लगने से घायल हुआ था, जबकि अन्य दो को चाकू मारे जाने के कारण गहरे जख्म आए हैं. सभी को मेरठ भेजा गया है. इनकी पहचान फूल सिंह, अकबर और मावसी के तौर पर हुई है.
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