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सहारनपुर-चुनाव के दौरान प्रत्याशी अक्सर तोहफे देकर वोट लेने की कोशिश करते है, इसको लेकर दारुल उलूम देवबंद ने एक फतवा दिया है. दारुल उलूम एक अधिवक्ता ने सवाल पूछा था.
नगर के मोहल्ला कायस्थवाड़ा निवासी अधिवक्ता राघवेंद्र कंसल ने दारुल उलूम देवबंद से से पूछा था कि ‘क्या किसी हिंदू प्रत्याशी द्वारा मुस्लिम समाज के लोगों में चुनाव के दौरान बांटी गई जानमाज (मुसल्ले) पर नमाज अदा की जा सकती है? इस सवाल के उत्तर में दारुल उलूम देवबंद के इफ्ता विभाग ने फतवा जारी किया है.
फतवे में कहा गया है कि चुनाव के दौरान बांटी गई चीजों का उद्देश्य केवल वोट प्राप्त करना होता है.चुनाव के दौरान बांटे जाने वाले तोहफों से बचना चाहिए. इतना ही नहीं यदि किसी व्यक्ति द्वारा वोट लेने के मकसद से जानमाज़ बांटा गया है तो उस जानमाज पर भी नमाज पढ़ना गलत है, इसलिए चुनाव के दौरान मिली जनमाज को नही लेना चाहिए.
तंजीम अब्ना ए दारुल उलूम के अध्यक्ष मुफ्ती यादे इलाही कासमी ने कहा कि इस्लाम में हर काम नियत से होता है क्योंकि चुनाव में जो भी तोहफे वगैरह दिये जाते हैं उनका मकसद वोट पाना होता है इसलिए ये एक रिश्वत है.
इसलिए ऐसी चीजों के इस्तेमाल से परहेज करना चाहिए.दारुल उलूम ने कहा कि प्रत्याशी चाहे हिन्दू हो या मुस्लिम लेकिन इसे लेना गलत है.बता दे दारुल उलूम पहले भी चुनाव में रिश्वत लेने के बारे में फतवा जारी कर इसे हराम कर चूका है.
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