-
3.6KShares
पिछले दिनों दिल्ली में हुई स्टेट एथलेटिक्स प्रतियोगिता में अंडर-16 कैटेगरी में निसार ने यह सफलता हासिल की उन्होंने 200 मीटर की दौड़ भी 22.08 सेकंड में पूरी कर जीत हासिल की निसार के पिता दिल्ली में रिक्शा चलाते हैं और मां दूसरों के घरों में बर्तन मांजती हैं|
आर्थिक परेशानी और गरीब होने के बाद भी नहीं मानी हार और आज 11 सेकंड में 100 मीटर आसानी से कर लेते है अब सरकार भी कर रही है मदद
दिल्ली के आज़ादपुर के रेलवे स्टेशन के बड़े बाग स्लम में एक कमरे के मकान में रहने वाले निसार ने आर्थिक तंगी के बावजूद हार नहीं मानी बीबीसी से निसार ने कहा, “मैं एक बार जूनियर लेवल खेलने गया था बिना ट्रेनिंग के मैं प्रथम स्थान पर रहा था तब मुझे लगा कि पढ़ाई के साथ मुझे एथलेटिक्स भी करना चाहिए|”
“इसके बाद मैंने छत्रसाल स्टेडियम में सुनिता राय मैम से बाकायदा प्रशिक्षण लेना शुरू किया यह सफलता उसी का परिणाम है और अच्छा करना चाहता हूं पर सुविधाओं की कमी है” निसार के पसंदीदा धावक हैं जस्टिन गेटलिन दौड़ में वे उन्हीं की तरह शुरुआत करना चाहते हैं|
उन्होंने बताया, “100 मीटर में मेरे पसंदीदा धावक हैं अमरीका के जस्टिन गेटलिन उनकी शुरुआत मुझे बहुत पसंद है मैं वैसे ही शुरुआत करना चाहता हूं. मैं उनके वीडियो देखता हूं ताकि मैं उनकी तकनीक को सीख सकूं और अपनी कमियों को दूर कर सकूं|”
निसार के पिता ने बताया, ” जब निसार ने प्रैक्टिस शुरू की थी तो उसने मुझसे बोला कि पापा मैं देश के लिए कुछ करना चाहता हूं मैं पूछा कि क्या करोगे? तो उसने बोला कि उसे दौड़ना है फिर मैंने कहा आप जो करना चाहते हैं करो, हम तुम्हारे साथ हैं जैसे भी होगा हम अमीरी-गरीबी से निपट लेंगे|”
उन्होंने सरकार को पत्र लिखकर मदद मांगी है “अब मेरा बेटा देश का बेटा है मेरा पांव खराब हो चुका है पत्नी के पैर में भी परेशानी रहने लगी है” सुनीता राय कहती हैं, “निसार अपने अंदर तेजी से सुधार ला रहा है शुरुआत में 100 मीटर पूरी करने के लिए वह 12 सेकंड लेता था, लेकिन वह अब इसे 11 सेकंड में पूरा कर रहा है|”
“उसे बेहतर करने के लिए विशेष खानपान और सुविधाओं की जरूरत होगी अगर उसे ये सबकुछ मिला तो वह आगे और भी अच्छा कर सकता है” निसार भविष्य में अंतर्राष्ट्रीय खेलों में भाग लेना चाहते हैं उसे उम्मीद है कि सरकार उसे सुविधाएं मुहैया कराएगी और वह अपने सपनों को पूरा कर पाएगा|
Comments
comments