महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड ने भारतीय बाजार में एक नया मilestone दर्ज करते हुए अपनी पहली थ्री-रो इलेक्ट्रिक SUV, महिंद्रा XEV 9S, लॉन्च कर दिया है। शुरुआती कीमत सिर्फ 19.95 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) है, जो इसे लग्जरी और मुख्यधारा के बीच के खाली स्थान को भरने के लिए बनाया गया है। यह गाड़ी न केवल तीन पंक्तियों वाली सीटिंग के साथ बड़े परिवारों के लिए एक नया विकल्प है, बल्कि इसकी 679 किमी की रेंज और 7 सेकंड में 0-100 किमी/घंटा की गति इसे एक असली प्रदर्शन योग्य EV बनाती है। यह विकास महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के डेडिकेटेड INGLO प्लेटफॉर्म पर आधारित है, जिसे खासकर भारतीय उपभोक्ताओं की जरूरतों के लिए डिज़ाइन किया गया है।
क्यों यह गाड़ी बदल रही है बाजार का नियम?
भारत में इलेक्ट्रिक एसयूवी का बाजार अभी तक दो-रो वाली मॉडल्स — जैसे XEV 9e और XUV400 — पर टिका हुआ था। लेकिन बड़े परिवारों और लंबी यात्राओं के लिए तीन-रो विकल्प की कमी थी। महिंद्रा XEV 9S ने इसी खाई को पार किया है। यह XUV700 का इलेक्ट्रिक रूप है, लेकिन इसमें बेहतर बैटरी टेक्नोलॉजी, डिजिटल इंटीरियर और एआई-आधारित सुविधाएं जुड़ी हैं। यहां तक कि इसकी टॉप स्पीड 202 किमी/घंटा है, जो इसे भारत में सबसे तेज 7-सीटर EV बनाती है।
तीन बैटरी, छह वेरिएंट: क्या आपके लिए सही है?
महिंद्रा XEV 9S के लिए कंपनी ने तीन बैटरी ऑप्शन दिए हैं: 59kWh, 70kWh और 79kWh। छोटी बैटरी वाले वेरिएंट में 228bhp की पावर और 380Nm टॉर्क मिलता है, जबकि 79kWh वाले टॉप-मॉडल में 282bhp और एक नया 70kWh वेरिएंट 241bhp देता है। ये सभी वेरिएंट्स 0-100 किमी/घंटा की स्पीड 7 सेकंड में पकड़ लेते हैं। यह आंकड़ा लगभग सभी इलेक्ट्रिक SUVs के लिए एक नया स्टैंडर्ड सेट करता है। कीमतें 19.95 लाख से लेकर 29.45 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) तक हैं। टॉप मॉडल, जिसे Pack Three Above कहा जाता है, 79kWh बैटरी, 205mm ग्राउंड क्लीयरेंस और ऑक्यूपेंट मॉनिटरिंग सिस्टम के साथ आता है।
महिंद्रा का डिजिटल दिमाग: MAIA और स्मार्ट फीचर्स
यहां कोई आम इलेक्ट्रिक कार नहीं है। महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड ने इसमें अपना एआई-आधारित ड्राइविंग सिस्टम, महिंद्रा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आर्किटेक्चर (MAIA), इंस्टॉल किया है। यह सिस्टम ड्राइवर के व्यवहार को समझता है और क्लाइमेट कंट्रोल, ड्राइव मोड्स (डिफॉल्ट, रेंज, रेस, एवरीडे) और ऑटोपार्किंग को अपने अनुसार एडजस्ट करता है। यहां तक कि एक फीचर ‘Live Your Mood’ है, जो लाइटिंग, संगीत और एयर कंडीशनिंग को ड्राइवर के मूड के अनुसार बदल देता है। टर्निंग सर्कल डायमीटर केवल 10 मीटर है — यह एक एमपीवी के लिए अद्भुत है।
बुकिंग और डिलीवरी: कब तक इंतजार करना होगा?
टेस्ट ड्राइव 5 दिसंबर 2025 से शुरू हो रही है, लेकिन पहले फेज में सिर्फ Pack Three Above वेरिएंट ही उपलब्ध होगा। बुकिंग 14 जनवरी 2026 से शुरू होगी, और डिलीवरी 23 जनवरी 2026 से शुरू हो जाएगी। यह समय सीमा अच्छी लगती है, लेकिन चिंता यह है कि इसकी डिमांड बहुत तेजी से बढ़ेगी। अगर आप एक बड़े परिवार के लिए इलेक्ट्रिक SUV ढूंढ रहे हैं, तो शुरुआती बुकिंग करना आपको लंबी लाइन से बचाएगा। कंपनी के अनुसार, यह मॉडल बेचने में XUV700 के बराबर लोकप्रिय होगा — और वो तो भारत की सबसे ज्यादा बिकने वाली SUV है।
इसका मतलब क्या है भारतीय उपभोक्ता के लिए?
यह गाड़ी सिर्फ एक नई एसयूवी नहीं है — यह भारतीय परिवारों की इलेक्ट्रिक यात्रा की भावना को बदल रही है। पहले तीन-रो EV के लिए आपको विदेशी ब्रांड्स की ओर देखना पड़ता था, जो कीमत में बहुत ऊपर थे। अब महिंद्रा XEV 9S ने यह बात बदल दी है। यह एक ऐसा उत्पाद है जो तकनीक, लग्जरी और व्यावहारिकता को एक साथ लाता है। इसका असर बाजार पर देखा जा सकता है: अगर यह सफल हुआ, तो अन्य भारतीय कंपनियां भी तीन-रो EVs लाने के लिए बाध्य होंगी। यह भारत की इलेक्ट्रिक गाड़ियों की एक नई पीढ़ी की शुरुआत है।
अगले कदम: क्या आगे कुछ और आएगा?
अगले 12 महीनों में, महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड अपने INGLO प्लेटफॉर्म पर एक 5-सीटर EV और एक इलेक्ट्रिक लैंडक्रूजर लॉन्च करने की योजना बना रहा है। यह संकेत है कि कंपनी अब सिर्फ एक गाड़ी नहीं, बल्कि एक पूरा EV इकोसिस्टम बना रही है। इसके साथ ही, सरकार के इलेक्ट्रिक वाहन उत्प्रेरण योजना (FAME II) का विस्तार भी इस गाड़ी के लिए अनुकूल है। अगर बुकिंग शुरू होते ही लाइन लग जाए, तो यह भारत के लिए एक नया अध्याय खुल जाएगा — जहां इलेक्ट्रिक गाड़ियां सिर्फ शहरी यात्रा के लिए नहीं, बल्कि पूरे परिवार के लिए एक स्टैंडर्ड हो जाएंगी।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
महिंद्रा XEV 9S की रेंज कितनी है और क्या यह लंबी यात्राओं के लिए उपयुक्त है?
महिंद्रा XEV 9S की टॉप वेरिएंट 79kWh बैटरी के साथ 679 किलोमीटर की रेंज देता है, जो भारत में किसी भी 7-सीटर EV की सबसे बड़ी रेंज है। यह दिल्ली से बंगलौर या मुंबई से अहमदाबाद जैसी यात्राओं के लिए बिना चार्जिंग के पूरी तरह उपयुक्त है। चार्जिंग स्टेशन भी बढ़ रहे हैं — 2025 तक भारत में 20,000 से अधिक DC फास्ट चार्जर होंगे।
इसमें तीन रो सीटिंग का क्या फायदा है, जबकि अधिकांश लोग दो रो वाली SUV चुनते हैं?
तीन रो सीटिंग का फायदा बड़े परिवारों के लिए है — जहां दादा-दादी, माता-पिता और बच्चे साथ यात्रा करते हैं। यह एक एमपीवी जैसी लचीलापन देता है, जबकि SUV की ऊंचाई और ग्राउंड क्लीयरेंस बेहतर रोड हैंडलिंग देता है। यह भारतीय परिवारों की वास्तविक जरूरत को दर्शाता है: बड़ी सीटिंग, लेकिन एक लग्जरी ड्राइविंग अनुभव।
क्या महिंद्रा XEV 9S के लिए सरकारी सब्सिडी उपलब्ध है?
हां, यह गाड़ी FAME II स्कीम के तहत आती है। 79kWh बैटरी वाले मॉडल पर लगभग 1.5 लाख रुपये की सब्सिडी मिल सकती है, जिससे असली कीमत 28 लाख रुपये के आसपास आ जाती है। यह इसे एक बहुत ही आकर्षक ऑप्शन बनाता है, खासकर जब इसकी तुलना विदेशी ब्रांड्स के 7-सीटर EVs से की जाए।
महिंद्रा XEV 9S और टाटा नेक्सन EV के बीच अंतर क्या है?
टाटा नेक्सन EV एक 5-सीटर है और इसकी रेंज 400-500 किमी के बीच है। महिंद्रा XEV 9S तीन रो वाली है, जिसकी रेंज 679 किमी है, और यह 282bhp पावर देती है — जो नेक्सन EV से लगभग 70% ज्यादा है। नेक्सन शहरी यात्रा के लिए बेहतर है, जबकि XEV 9S पूरे परिवार के लिए लंबी यात्राओं के लिए बनाई गई है।
क्या यह गाड़ी बिजली के बिना चल सकती है?
नहीं, यह एक पूरी तरह से इलेक्ट्रिक वाहन है और बिना चार्जिंग के नहीं चल सकती। हालांकि, इसकी बैटरी लाइफ और चार्जिंग सुविधाएं बहुत उन्नत हैं। 10-80% चार्जिंग सिर्फ 30 मिनट में पूरी हो जाती है, जो लंबी यात्राओं के लिए बहुत सुविधाजनक है।
क्या यह गाड़ी भारतीय सड़कों के लिए उपयुक्त है?
हां, इसका 205mm ग्राउंड क्लीयरेंस और INGLO प्लेटफॉर्म भारतीय सड़कों के लिए बिल्कुल उपयुक्त है। यह गाड़ी बरसात में भी बिना किसी समस्या के चल सकती है, और टर्निंग सर्कल इतना छोटा है कि भीड़ वाले शहरों में भी आसानी से घुम सकती है।