रमज़ान में भूख प्यास के डर से रोज़े न रखने वालों के लिए इबरत वाला दिलचस्प वाक़या- देखें और शेयर करें

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इंडियन मुस्लिम

जिंदान के अंधेरों में कई दिन और रात बीत जाने के बाद एक दिन इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की लाड़ली बेटी जनाबे सकीना सलामुल्लाह अलैहा ने अपने भाई इमाम ज़ैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम के पास जाकर एक सवाल किया।

जनाबे सकीना सलामुल्लाह अलैहा – भाई सज्जाद, आप इमामे वक़्त है और इमामे वक़्त हर इल्म से आरास्ता होता है मै आपसे एक सवाल करती हूँ कि आप मुझे बताएं “प्यास में कितनी मंज़िले होती हैं ?

जनाबे सकीना का ये सवाल सुनकर जनाबे ज़ैनब सलामुल्लाह अलैहा तड़प गयीं। आगे बढ़कर सकीना को गोद में उठाया,प्यार किया और कहा मेरी बच्ची तू ऐसा क्यों पूछती है।

इमाम सज्जाद अलैहिस्सलाम ने कहा – फूफी अम्मा सकीना ने ये सवाल अपने वक़्त के इमाम से किया है और मुझपर लाज़िम है की मै इस सवाल का जवाब दूँ।

इमाम ने फ़रमाया- बहन सकीना प्यास की कुल चार मंज़िलें होती है