शेयर करें
इस खबर को पूरा जानने के लिए दूसरे पेज पर जरूर जाएँ
विवार को जमीयत उलेमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने साम्प्रदायिकता के नाम पर चल रहे दोगलेपन पर सवाल उठाते हुए कहा कि बाबरी मस्जिद मामले में अगर कोई हिन्दू कुछ भी बोले तो उन्हें धर्मनिरपेक्ष माना जाता हैं.
लेकिन वहीँ दूसरी तरफ हम राम मंदिर पर बोलते हैं तो सांप्रदायिक ठहरा दिया जाता है. बाबरी मस्जिद का मुद्दा फिलहाल देश की मुख्य न्याय पालिका के हाथ में है ऐसे में इस मुद्दे पर कुछ भी बोलना देश की न्याय पालिका के विरुद्ध है और संबिधान का मजाक उड़ाना है
इस खबर को पूरा जानने के लिए दूसरे पेज पर जरूर जाएँ
Comments
comments