मजदूरों के अधिकारों की रक्षा सबसे पहले पैगम्बर मुहम्मद (स.अ.व.) ने की थी-देखें और शेयर करें

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मजदूर:- कहा जाता है कि मजदूर देश का विकास करते है निर्माण करते है देश को आगे लेजाने में मदद करते है मजदूरों से ही देश का अस्तित्व होता है लेकिन आज मजदूरों कि कोई औकात नहीं समझता सब उन्हे सिर्फ मजदुर ही मानते है 1 मई को मजदुर दिवस होता है लेकिन ये बात शायद ही किसी को पता हो कहा जाता है कि मजदूरों को उनकी तन्खा उनका पसीना सूखने से पहले ही मिल जानी चाहिए पर ज ऐसा कही नहीं होता है पैगम्बर मुहम्मद पहले शख्स थे जिन्होंने मजदूरों के हक़ के लिए आवाज उठाई थी.

मालिक का फर्ज बनता है कि वो मजदूर की हर एक जरुरत पर को समय पर पूरा करे और उसकी तन्खा देने में आनाकानी न करे और मजदूर को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए की जब वो काम करे तो काम को अपना समझकर ईमानदारी से काम करे काम में कोई भी लापरवाही न हो मजदूर और मालिक की कहानी मैंने लाइवेरी में पड़ी थी वही में आज आपको सुनाने जा रहा हु गौर से सुनिए और अपने जीवन में उतर लीजिये क्या पता कल शायद आप ही मालिक हो या मजदूर हो.

एक व्यापरी था जिसे धन का बहुत बड़ा ढेर मिला और उसे पाकर उसे बहुत घमंड हो गया फिर वो उस धन को बढ़ाने के लिए हर तरह से कोशिश करने लगा और उसने सोच लिया कि में ये धन को बड़ा कर ही रहुगा चाहे मुझे जमीन बेचना पड़े या लोगो के पेट काटना पड़े और फिर उसने लोगो पर अपना रॉफ जमना शुरू कर दिया वे खुद इतने मेहेंगे जूते पहनता था और मजदूरों को इतनी मजदूरी भी नहीं देता था कि वो चप्पल भी खरीद सके वो रोज नये नियम लागु करता जिससे लोगो को काफी परेशानी होती थी.

वो अब लोगो पर जुर्माना भी लगाने लगा और थोड़ी भी देर होने पर पैसे काट लेता था एक दिन एक मजदूर के सच्चे दिल से रब को याद किया और कहा कि ये मालिक अब तो हमें इस मालिक से बचा ले इससे भी बड़ा मालिक तो तू है और फिर एक दिन तो मालिक ने हद ही कर दी वह शहर से एक कागज ले आया और इस पर सभी के अगुठे के निशान लगवा लिए जिसके मुताबिक अब मालिक की मरझी के बिना कोई नौकरी नहीं छोड़ सकता फिर एक दिन मालिक एक नौकर से कहता है काल  सुबह 4 भजे आ जाना कही जाना है पर नौकर 2 मिनिट लेट हो जाता है तो मालिक उसे बहुत डटता है.

फिर वो नौकर को एक बहरी बक्सा देता है और चलने को कहता है वो बक्सा हीरे से बारे हुआ था चलते चलते वो दोनों जंगल पहुंच जाते है और जंगल में एक शेर का झुंड मिल जाता है जिसे देख कर दोनों दर जाते है पर नौकर को चढ़ना आता था और वो पेड़ पर चढ़ गया मालिक को नीचे ही छोड़ दिया मालिक कहता है भाई ये बक्सा तू ले ले पर मुझे बचा ले लेकिन नौकर कहता है मालिक आज में छुट्टी पर हु में नहीं बचा सकता फिर आप पुरे दिन के पैसे ही काट लेना.

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