इस बार “ईदुल अज़हा” की नमाज़ साथ मिलकर अदा करेंगे शिया सुन्नी समुदाय

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नई दिल्ली –  देश की राजधानी दिल्ली स्थित “दरगाह शाहे मरदां” की मस्जिद में बड़ी संख्या में सुन्नी मुसलमान शिया इमाम के पीछे नमाज़ अदा करेंगे। दिल्ली में मौजूद “अंजुमने हैदरी” और मुस्लिम युवकों की संस्था “शोल्डर-टू-शोल्डर” मिलकर इसे सफल बनाने में जुटी हुई है।
दिल्ली में एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए वरिष्ठ पत्रकार “मोहम्मद अहमद काज़मी” ने बताया कि जोर बाग़ स्थित दरगाह शाहे मरदां में यह दूसरा अवसर है जब सुन्नी मुसलमान शिया इमाम के पीछे “ईदुल अज़हा” की नमाज़ अदा करेंगे। उन्होंने कहा कि देश भर में सकारात्मक सोच रखने वाले नौजवानों द्वारा “शोल्डर-टू-शोल्डर” आन्दोलन चलाया जा रहा है।
इस अवसर पर दरगाह शाहे मरदां स्थित क़ुदसिया मस्जिद के इमाम “मौलाना तालिब हुसैन” ने बताया कि ऐसे में जब कि एक कलमा पढ़ने वाले दुनियाभर के मुसलमान हज के दौरान “पवित्र मक्का” में एक इमाम के पीछे नमाज़ अदा कर सकते हैं तो हम अपने-अपने देशों में वापस आकर एक साथ नमाज़ क्यों नहीं पढ़ सकते। उन्होंने सभी मुसलमानों से अपील की कि “ईदुल अज़हा” के अवसर पर शिया और सुन्नी एक साथ नमाज़ अदा करें।
प्रेस कांफ्रेंस में वरिष्ठ अधिवक्ता “महमूद पराचा” ने कहा कि दुनिया भर में जिस तरह मुसलमानों को बांटने की कोशिश हो रही है हमें अपने देश में शांति बनाये रखने के लिए एक साथ रहना ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि विश्व के कई देशों में शिया-सुन्नी मुसलमानों के बीच नफ़रत फैलाने में दुश्मन ताक़तें कामयाब हुई हैं इसलिए हमें होशियार रहने की ज़रुरत है।
“अंजुमने हैदरी” के जनरल सेक्रेटरी “बहादुर अब्बास नक़वी” ने बताया कि ईदुल अज़हा के अवसर पर एक साथ पढ़ी जाने वाली नमाज़ में “ईरान” सहित कई मुस्लिम देशों के राजदूतों और प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। उन्होंने आशा जताई की इस बार ईदुल अज़हा के अवसर पर “दरगाह शाहे मरदां” से तमाम मुसलमानों में एकता का संदेश जायेगा। soure : jamhooriyat

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