राजधानी जयपुर में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की सामूहिक आत्महत्या का मामला सामने आया है. पुलिस ने इस सबंध में महंत बाबा विशंभर दास को गिरफ्तार किया है. करधनी थाना इलाके में रहने वाले बुधवार को एक प्रोपर्टी कारोबारी डूंगरराम के परिवार के सभी सदस्यों ने एक साथ मौत को गले लगाया था.
मौके पर ही तीन बच्चों समेत उसकी मौत हो गई थी. हालांकि सवाई मानसिंह अस्पताल में एक बच्चा जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहा था. लेकिन गुरूवार सुबह इलाज के दोैरान डूंगरराम के छोटे बेटे धमेंद्र की भी मौत हो गई. धमेंद्र की मौत के साथ ही पूरे परिवार खत्म हो गया. डूंगरराम ने अपने सुसाइड नोट में मंहत विशंभर दास महाराज द्वारा लाखों रूपये हडपने की बात लिखी.
ऐसे में मौत का जिम्मेदार विशंभरदास को माना जा रहा है. पुलिस ने डूंगरराम के घर पर तलाशी भी ली, लेकिन उन्हें कोई ऐसी डायरी या दस्तावेज भी नही मिलें जिसके आधार पर लेन-देन का हिसाब मिल सके. पुलिस ने घर से मिले फोन को एफएसएल मेें जांच के लिए भिजवा दिया और काॅल डिटेल के आधार पर मामले के सभी पहलुओं की जांच कर रही है.
मृतक के चेचरे भाई नथमल ने पुलिस मे बाबा विश्वंभर दास के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कराया है। पुलिस को डूंगरराम के यहां तलाशी में एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें व्यवसाय में घाटे की बात थी और यह भी लिखा हुआ था कि उसने किसी बाबा विश्वंभर दास को रुपये दे रखे हैं, जो उसे लौटा नहीं रहा है और इसी कारण वह परिवार सहित आत्महत्या कर रहा है।
पुलिस ने देर रात इस बाबा को उसके आश्रम से हिरासत में ले लिया। पुलिस के अनुसार पूछताछ में यह सामने आया कि नेपाल से आया यह बाबा कुछ वर्षों से जयपुर में रह रहा है। डूंगरराम व्यापार में घाटा होने के बाद कर्ज में डूब गया था और बाबा ने उसे घाटा खत्म करने और फिर से व्यापार अच्छा बनाने के लिए तंत्र-मंत्र का झांसा दिया और काफी रुपये ऐंठ लिए। लेकिन इस सबसे कोई फायदा नहीं हुआ तो दोनों के बीच कहासुनी हुई और हार कर आखिर डूंगरराम ने परिवार सहित आत्महत्या करने जैसा कदम उठा लिया। पुलिस इस बाबा से आगे की पूछताछ कर रही है।
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