येरुशलम मुद्दे पर जापान ने सुनाया अपना फैसला-अमेरिका और इज़राईल की बढ़ी मुश्किल

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नई दिल्ली: अमेरिका द्वारा इज़राईल की राजधानी के रूप में घोषित राजधानी येरुशलम का संयुक्त राष्ट्र महासभा में विरोध हुआ था और 128 देशों ने विरोध में वोटिंग करी थी लेकिन इज़राईल और अमेरिका ने इस प्रस्ताव को मानने से इनकार कर दिया था,अब  जापान के विदेश मंत्री कोनो तारो का कहना है कि उनका देश इजरायल के तेल अवीव से अपने दूतावास को जेरूसलम स्थानांतरित नहीं करेगा.

कोनो ने मंगलवार को जॉर्डन के समकक्ष अयमान सफादी के साथ चर्चा के दौरान कहा कि जापान समझता है कि जेरूसलम को प्रत्यक्ष बातचीत के जरिए ही सुलझाए जाने की जरूरत है।समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, कोनो ने द्विराष्ट्र समाधान के प्रति जापान के समर्थन को दोहराया और इस संदर्भ में फिर से प्रयास करने की जरूरत पर जोर दिया.

उन्होंने मध्यपूर्व में शांति बहाल करने के लिए जॉर्डन के प्रयासों की भी सराहना की।सफादी ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का तेल अवीव स्थित अमेरिकी दूतावास को जेरूसलम में स्थानांतरित करने का फैसला अंतर्राष्ट्रीय कानून एवं संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावनों का उल्लंघन है।

अमेरिका और इज़राईल दुनिया के तमाम देशों से येरुशलम में अपना दूतावास लाने की मांग कर रहे हैं लेकिन तमाम राष्ट्रों ने इन दोनों की मांग को अस्वीकार कर दिया है और येरुशलम में दूतावास लाने से मना कर दिया है.

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