कुरान शरीफ के बारे में वो बातें जो लाखों मुसलमानों को अब तक नहीं पता- देखें और शेयर ज़रूर करें

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कुरान अल्लाह की किताब है बेशक इसमें कई निशानियाँ हैं के ये किताब अल्लाह की तरफ से है, कुरान कई सारे पहलुओं पर बात करती है, जिसका अंदाज़ा इंसान को सिर्फ कुछ ही समय पहले हुआ है| मेहरबानी करके पूरी पोस्ट पढ़ें

कुरान की लगभग एक हज़ार आयतें विज्ञान से सम्बंधित है, जिससे आधुनिक विज्ञान बिलकुल सहमत है, जिन जिन चीजों का आधुनिक विज्ञान ने अध्ययन करके दुनिया के सामने आज पेश किया है वो बाते तो कुरान ने आज के १४०० साल पहले ही बता दी|

Holy koran

कुरान के कई सारे वैज्ञानिक  चमत्कारों में से एक चमत्कार गणितीय है. कुरान के इन गणितिय चमत्कारों को अध्ययन करने के बाद हम ये कह सकते हैं के ऐसी किताब लिखना किसी इंसान की बस की बात नहीं है वो भी उस इंसान के लिए जो न लिखना जनता हो और न पढना जानता हो?

इसमें कोई संदेह नहीं है के ये किताब (कुरान) अल्लाह की तरफ से अवतरित की गई है अपने बन्दे हज़रात मुहम्मद (सल्ललाहो अलैहि वस्सल्लम) पर.

ध्यान रहे की कुरान कोई विज्ञान (science) की किताब नहीं है, ये आयात (sign) की किताब है I जिसमे लोगों के लिए हिदायत है I कुरान में अल्लाह अपनी किताब की यूँ तारीफ फरमा रहे हैं.

अलिफ़ लाम रा० ये आलीशान किताब हमने आपकी तरफ उतारी है, के आप लोगों को अंधेरों से उजाले की तरफ लायें इनके परवरदिगार के हुक्म से जबरदस्त तारीफ वाले अल्लाह की तरफ. (सुरह इब्राहीम – 14:1)

आइए हम कुरान की उन आयतों का अध्यन करते हैं जो हमे कुरान में गणित विज्ञान को बताती है कुरान की इन आयतों को जान कर भले ही आप को विश्वाश न हो, पर ये चमत्कार सिर्फ ईश्वर के ही द्वारा कर पाना संभव है.

 

बिना किसी गलती के ऐसे सही सही बात बताना किसी इंसान के बस की बात नहीं है, जानिए कैसे 

मिसाल के तोर पर आप किसी इंसान को कहो की वो एक किताब लिखे और उस किताब में फलां फलां शब्द इतनी बार आना चाहिए और फलां फलां शब्द नहीं आना चाहिए I इन शर्तों पर पहली बात तो कोई लेखक लिख ही नहीं पायेगा और अगर लिखेगा भी तो उसमे कितनी सारी गलतियाँ होंगी ये तो आप को पता ही होगा|

लेकिन कुरान में बेहतरीन लेखन शैली के साथ साथ अनगिनत ऐसे गणितिय आंकड़े मौजूद है I यहाँ समझाने के लिए में कुरान से कुछ प्रमाण देता हूँ

जैसे कुरान में आया है के हज़रात ईसा (अ.) की मिसाल हज़रात आदम (अ.) के जैसी है (सुरह अल इमरान–५९) यानि अल्लाह ने हजरत आदम को बिना माँ और बाप के पैदा किया और ईसा(अ.) को बिना बाप के पैदा किया I यानि पैदाइश के लिहाज़ से इन दोनो में समानता है.

वंही अगर हम कुरान में शब्द “ईसा” तलाश करें तो, पुरे कुरान में ये शब्द 25 बार मिलता है I और शब्द आदम भी 25 बार ही आया है I यानी के गिनती के लिहाज़ से भी इन दोनों में समानता है.

ज़मीन और आसमान के बनाने में सात आसमानो की बात पूरे कुरान मे सात बार आयी है,और सात आसमानों को बनाने की बात भी (खलक़ अस समावात) भी सात बार आया है. पेड़ और पौधे की गिनती में पेड़ और पौधे इन दोनों शब्दों की पुरे कुरान में पुनरावृति २६ बार हुई है.

दुनिया और परलोक की गिनती में शब्द ‘दुनिया’ शब्द की गिनती करते हैं तो संख्या ११५ आती है और यही संख्या जब शब्द ‘परलोक’ (आखि़रा) की गिनती करते हैं तब भी ११५ ही आती है. शैतान और फरिश्तों की गिनती में कुरान में शब्द शैतान (Satan) का ज़िक्र 88 बार हुआ है और यही गिनती आती है जब हम शब्द ‘फ़रिश्ता’ (मलाइका) की गिनती करते हैं.

आदमी और औरत की गिनती में कुरान में शब्द ‘आदमी’ (man) और औरत (woman) दोनों का ज़िक्र 23-23 बार आया है. इन दोनों की संख्या मिलकर 46 होती है. और यही संख्या आदमी और औरत के गुणसूत्रों को मिलाकर बनती है. जब मर्द और औरत दोनों के 23-23 गुणसूत्र मिलते हैं तो मानव भ्रूण का विकास होता है.

मुसीबत (disaster) और शुक्र (thanks) की गिनती में कुरान में शब्द मुसीबत और शब्द शुक्र दोनों की गिनती 75-75 आती है. शब्द शम्स (sun) और नूर (लाइट) की गिनती में इन दोनों शब्दों की कुरान में 33 पुनरावृति हुइ है I
ये तो सिर्फ नमूना भर हैं वरना कुरान में ऐसे अनेको गणितिय चमत्कार भरे पड़े हैं.

यहाँ ये भी ध्यान रहे की पुरे कुरान में ६००० आयत है और ये शब्द कुरान में अलग अलग जगहों पर अलग अलग chapter में आए हैं, ऐसा कर पाना किसी इंसान के लिए मुमकिन नहीं है अगले पार्ट में कुरान के कुछ और अद्भुत और गणितीय चमत्कारों (miracle) से आपको रूबरू करवाएंगे.

कुरान मजीद में अपनी किताब की तारीख अल्लाह सुबहान व ताला ने यूँ की है. और बेशक इस कुरान में उन लोगों के लिए नशिहत है जो लोग समझ रखते हैं. (39;21)

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