दर्दनाक- सड़क हादसे में 12 लोगो की दर्दनाक मौत अन्य घायल

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जिला मुख्यालय से करीब 6 किमी दूर चौखीढाणी ढाबे के पास नेशनल हाईवे-52 पर एक यात्री बस टेम्पो पर चढ़ गई और उछलकर बस खाई मेें जा गिरी। हादसे में टेम्पों में सवार 12 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बस में सवार 29 यात्री घायल हो गए।

टेम्पो में सवार थे एक ही गांव के 12 लोग, सभी की मौत- एक्सीडेंट में गंभीर घायल 3 छात्रों को भोपाल रेफेर किया था जिनकी रास्ते में मृत्यु होने की सूचना हे, मृतकों की संख्या बढ़कर पहुची 15

घायलों में 5 की हालत गंभीर है। टेम्पो में सवार जिन लोगों की मौत हुई है, वे सब एक ही गांव हिरणखेड़ा के रहने वाले हैं। हादसा मंगलवार की शाम करीब पांच बजे हुआ। मृतकों में 3 स्कूली छात्राएं, 4 महिलाएं और पांच पुरूष शामिल हैं। हादसे के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजन को दो-दो लाख और घायलों को 25-25 हजार रूपए देने की घोषणा की है।
टेम्पो में सवार लोग राजगढ़ से अपने गांव हिरणखेड़ा लौट रहे थे। इनमें संगीता, रवीना और कविता रोज की तरह स्कूल से अपने घर आ रही थी, लेकिन हादसे में इनकी भी मौत हो गई।
पवन पिता प्रेमसिंह
लाल सिंह पिता देवीराम तंवर
हजारी लाल पिता डालू सिंह तंवर
काशीराम पिता गिरधारी तंवर
प्रेम सिंह पिता मांगीलाल तंवर
संगीता पिता रोडजी तंवर
रवीना पिता दरियाव सिंह (13)
संगीता देवीसिंह तंवर (13)
कविताबाई पिता भंवरलाल (15)
रीना तंवर (18)
अयोध्याबाई पति मुकेश (35)
रामबाई पति रामचंद्र तंवर (35)

वहीं 29 लोग घायल हुए है इनमें मोनिका पति प्रदीप साहू, कुसुम पति बालचंद्र जोशी, मिथलेश श्रीवास्तव, जगदीश मेवाडे, दिनेश पिता रंगलाल, मंजू पंचोली पति राजकुमार, पूजा बड़ोने पिता जगदीश बडोने, रजनी कौशरवाल पति बृजकिशोर कौशरवाल, अनिल मेहर पिता ओमप्रकाश, जमनाप्रसाद पिता रतन सिंह, मनोरमा मेवाड़े पति योगेश मेवाड़े, अंजू कुंवर पति शिवराज तोमर, राजेश पिता पीरू बक्ष, सुमन तोमर पति मनोहर सिंह, रानी चंद्रावत पति उमेश चंद्रावत शामिल है जिनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।

2 महीने पहले परमिट समाप्त, चार साल से टैक्स जमा नहीं किया
हादसे के बाद जिला परिवहन कार्यालय की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। साईं ट्रेवल्स की जो बस हादसे का शिकार हुई, उसका न परमिट था और न उसने टैक्स जमा किया था। यानी बस संचालक ने चार साल से टैक्स ही जमा नहीं किया था। इसके अलावा वह गलत रूट पर चल रही थी। बस को कालीपीठ से राजगढ़ आना था। लेकिन वह हाईवे के रास्ते राजगढ़ आ रही थी। जब इस लापरवाही के संबंध में आरटीओ केपी अग्निहोत्री से बात की गई तो उन्होंने इस मामले में जवाब देने से साफ इंकार कर दिया। मालूम हो कि पिछले साल राजगढ़ में ही बाबा ट्रैवल्स की बस से 2 बच्चों की मौत हुई थी। उस बस के पास भी परमिट नही था .

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