अभी हर तरफ यही मुद्दा चल रहा है कि उत्तरप्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ का संसदीय क्षेत्र होने के बादजूद भी वहां मूलभूत सुविधाओं का आभाव होने से इतने बड़े पैमाने पर मासूम बच्चे मौत का शिकार हुए हैं ! इसका जिम्मेदार आखिर कौन है? इस हादसे की कोई जिम्मेदारी ही लेना नहीं चाहता है!
जहाँ एक ओर प्रदेश के मुखिया खुद इससे बच रहे हैं वहानी दूसरी ओर देश के प्रधानमंत्री मोदी खुद इस मामले में चुप हैं ! वैसे यहाँ देश में कोई भी मुद्दा हो तो प्रधानमंत्री जी तुरंर उस पर ट्वीट चिपका देते हैं लेकिन ये मामला भाजपा शासित प्रदेश का है तो बजीरेआला खामोश हैं ! आखिर खुद की गलतियों को कब तक और कैसे छुपाया जा सकता है? ये बात एक दम साफ़ है कि ये हादसा सिर्फ और सिर्फ प्रशासन की लापरवाही से हुआ है ! इस अस्पताल का अभी हाल में योगी ने दौरा भी किया था फिर भी इस समस्या का निवारण नही हुआ.
यहाँ लोगों में बहुत सी कहानियां चर्चा में हैं इस मुद्दे को लेकर ! अस्पताल में सुविधाओ का आभाव था और ओक्सिजन नहीं थी तो यहाँ के बालरोग विशेषज्ञ डॉ कफील ने अपने पैसे से ओक्सिजन मंगाई और इलाज किया लेकिन फिर भी असमर्थ रहे कि जान बचा लें ! लोग उनके इस काम की प्रशंसा कर रहे हैं !
ऐसे में कुछ सांप्रदायिक लोगों को इस मुस्लिम डॉ की तारीफ पसंद नहीं आरही तो खुद डॉ कफील को मीडिया में सामने आना पड़ा और अपने हक में खुद बोलना पड़ा ! ये डॉ की दरियादिली है जो कुछ डॉ ने कहा ! हम डॉ के काम के लिए डॉ को सच्चे दिल से सलाम करते हैं !