कुछ ज़िंदा बचे यहूदियों ने कहा था फिलिस्तीनी मुसलमानों तुम ही हमारी आखिरी उम्मीद हो

इस यहूदियों से भरे जहाज की हक़ीक़त पता है आप को ?हिटलर जब यहूदियों को मार रहा था,तो कुछ को जिन्दा छोड़ दिया था, और हिटलर ने कहा था की मैं चाहु तो सभी यहूदियों को ख़त्म कर सकता हु लेकिन मैं कुछ को जिन्दा छोडूंगा ताकि दुनिया देखे की मैंने इनको क्यों मारा.

भागते हुए यहूदी से भरा हुवा ये जहाज है जिस पर लिखा हुवा है की जर्मनी में हमारा सब कुछ तबाह हो गया, तुम ( फलस्तीनी मुस्लिम ) हमारी आखरी उम्मीद हो,हमें पनाह दे दो….
और फिलिस्तीनी मुस्लिमो में इन यहूदियों को न ही गले लगाया बल्कि अपने मुल्क में पनाह दी रहने को ज़मीन दी खाने को खाना दिया उनके बच्चों को अपनाया यतीमों विधवाओं के सर पर हाथ रखा.
आज यही यहूदी फ़लस्तीनियो पे सबसे ज्याद जुर्म कर रहे है,इन यहूदियो ने फ़लस्तीनियो पर इतना जुर्म किया की फलस्तीन की जमीन खून से लाल हो गयी.
अब आप समझ गए होंगे की हिटलर ने यहूदियों का कत्लेआम क्यों किया था… अब वो वक़्त भी करीब है जब पहाड़, पेड़, पौधे खुद बोलेंगे किए ऐ मुसलमान, मेरे पीछे यहूदी छिपा है इसको क़त्ल करो