कन्हैया कुमार के होल में आते ही माहौल लाल सलाम के नारों से गूँज उठा। जिसके बाद कन्हैया के स्टेज से समारोह में शामिल हुए लोगों को संबोधित करते हुए देश के मौजूदा हालात पर बात करते हुए और पीएम मोदी की कारुजगारी के लिए उन्हें आड़े हाथों लिया।
और कहा की साल 1913 में ग़दर पार्टी का जन्म हुआ जिसने आगे चल कर ब्रिटिश राज की जड़ें हिला दीं। इन्हीं गाडरी बाबाओं की याद में मनाये जाने वाले मेले में हर साल देश की क्रांतिकारी आवाजों को शिरकत करने के बुलावा भेज जाता है। इस साल मनाये गए इस कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में पहुंचे जेएनयू स्टूडेंट यूनियन के पूर्व प्रेजिडेंट कन्हैया कुमार।
कन्हैया ने कहा कि उन्हें इस बात का गर्व है कि इस साल दूसरी बार पंजाब की धरती पर कदम रखने का मौका मिला है जिसके लोगों के योगदान के बिना आजादी की कल्पना करना भी मुमकिन नहीं है। समारोह में की गई एक प्रस्तुति की बात करते हुए इसके बाद आगे कहा शहीदों की याद में लगाए जाने वाले इस मेले का मकसद लोगों को यह याद दिलाने के लिए है.
कि मसला सिर्फ मेले का नहीं है, वल्की बातें करने से कुछ नहीं होगा देश को आगे बढ़ाने के लिए तलवार की धार पर चलना होगा और यह बात तो तब और भी जरूरी हो जाती है जब देश का प्रधानमंत्री भी सिर्फ एक तरफ ही बात करता हो.
कन्हैया ने बीजेपी के ‘पाकिस्तान चले जाओ वाली बात को लोगों के बीच रखते हुए कहा कि ऐसा लगता है जैसे बीजेपी वालों ने ट्रेवल एजेंसी खोल रखी है और इनका ताऊ वहीँ रहता है।
इसके इलावा बीफ के मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा क्या देश ने इसी बात का सपना देखा था जिसमें एक इंसान को मांस के नाम पर मार दिया जाएगा या उसको पकड़ कर आतंकवादी का नाम दे दिया जाये और फिर उसका एनकाउन्टर कर दिया जाये आखिर ये सरकार क्या चाहती है।