नई दिल्ली। इन दिनों तमाम बैंकों की एटीएम से नकली नोट निकलने की खबरें आ रही हैं। आपको यह जानकर हैरत होगी कि नोट देने वाली मशीनों में ऐसी कोई डिवाइस ही नहीं लगी होती, जिससे इन मशीनों तक आए नकली नोटों को पकड़ा जा सके। एटीएम से निकलने वाले नकली नोटों को बदलने का प्रावधान भी नहीं है।
देश में नवंबर 2016 में 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट अमान्य किए जाने के बाद 500 और 2000 रुपये के नोट बाजार में चलन में आए हैं। इन नए नोटों में भी बड़े पैमाने पर खामियां सामने आ रही हैं, एक तरफ तकनीकी चूक के चलते उपभोक्ता परेशान है तो दूसरी ओर बाजार में नकली नोट चलन में आ गए हैं। इसके अलावा बैंकों की एटीएम मशीनों से चूरन पुड़िया वाला नोट, नकली व बिना नंबर वाले नोटों के निकलने का सिलसिला जारी है।
मध्य प्रदेश के नीमच जिले के सूचना के अधिकार के कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ ने नोटबंदी से पहले एटीएम मशीनों से निकलने वाले नकली नोटों के संदर्भ में भारतीय रिजर्व बैंक से ब्यौरा मांगा था। आरबीआई के मुद्रा प्रबंध विभाग के नोट विनिमय और जाली नोट सतर्कता प्रभाग ने जो ब्यौरा दिया, वह चौंकाने वाला है।
इस ब्यौरे के मुताबिक, 100 रुपये या उससे ज्यादा की राशि के नोट तभी मशीन में डाले जाते हैं, जब उन्हें बैंकनोट मशीन से जांच-परख लिया जाता है। नोटों के असली और प्रचलन योग्य होने पर ही मशीनों में डाला जाता है। अगले पेज पर आप इसका पूरा विडियो भी देख सकते हैं
देखें विडियो किस नियम के तहत ये आदेश जारी किया
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