इतिहास के झरोखे से- कभी बाग़ पंचायती जोगियान में होती थी ऐतिहासिक पंचायतें जहाँ लोगों को मिलता था न्याय

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अम्बेडकरनगर। पंचायती जोगीयान सेवा ट्रस्ट की जानिब से दाऊद शहीद,सिंझौली अकबरपुर में बाग़ पंचायती जोगियान भूखण्ड संख्या-2305 में समाज की सेवा करने हेतु बिचार विमर्श किया गया जिसमे ट्रस्ट के पदाधिकारी व सदस्यों के अलावा भारी संख्या में जोगियान मौजूद रहे। ट्रस्ट के अध्यक्ष मौलाना कलीम अशरफ नोमानी ने जोगियान और मिडिया को संबोधित करते हुए बताया कि बाग़ पंचायती जोगियान का इतिहास रहा है कि यहाँ पर सन् 1820 से सन् 1980 तक जोगी समाज की पंचायत होती थी।

जिसके पहले सरपंच सुब्हान अली पुत्र हीरा उनके बाद जुम्मन अली पुत्र सुब्हान अली और आखिरी सरपंच मोहम्मद सुलेमान पुत्र जुम्मन अली रहे हैं जो कि हसनपुर जलालपुर पोस्ट- रामपुर सकरवारी के निवासी थे।कोतवाल के पद पर करम अली पुत्र दूलम उनके बाद अज़ीमुल्लाह पुत्र करम अली और हकीमुल्लाह पुत्र करम अली रहे हैं जो कि अवधन इस्माइलपुर के स्थाई निवासी थे।आखिरी कोतवाल ग्राम बस्तीपुर पोस्ट-लोहझरा के माहिर अली थे। यहाँ पर साल में एक बार 1.मई से 8.मई तक पंचायत होती थी जिसमे जालिमो को सज़ाएँ और मज़लूमों को इन्साफ दिया जाता था.

इस पंचायत में अम्बेडकरनगर के सभी जोगी समाज के लोग मौजूद होते थे।अब इस ज़मीन की देख रेख के लिए बनाये गए ट्रस्ट”पंचायती जोगियान सेवा ट्रस्ट”के ज़रिये गरीबों,यतीमों,मिस्कीनों,मोज़लूमों,बेवाओं के तालीमी,समाजी,सियासी मसायल का हल निकाला जायेगा ताकि हमारे बुज़ुर्गों की रूह को शांति मिले।इस मौके पर डॉक्टर फ़ारूक़ अहमद,मोहम्मद सलीम,मोहम्मद हरीफ़,अर्श मोहम्मद,हाफिज असलम,तेज बहादुर के अलावा ज़िले से सैकड़ों जोगी समाज के लोग मौजूद रहे

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