इस्तांबुल – तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैय्यब एर्दोगान ने बैतुल मुकद्दस (यरूशलम) को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने आशंका जताई है कि अगर बैतुल मुकद्दस को इजरायल की राजधानी बनने से नहीं बचाया गया तो मुसलमानों के पवित्र धार्मिक स्थल मक्का और मदीना को भी नहीं बचाया जा सकेगा.
उन्होंने कहा कि “अगर हमने यरूशलम (बैतुल मुक़द्दस खो दिया तो हम मदीना को नहीं बचा पायेंगे। उन्होंने कहा कि अगर मदीना हमारे हाथों से निकल गया तो हम मक्का भी नहीं बचा पायेंगे.
रजब तैय्यब एर्दोगान ने कहा कि यरूशलम को इजरायल की राजधानी के रूप में मान्यता देने के अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फ़ैसले को पलटना बहुत ज़रूरी है, उन्होंने आशंक व्यक्त करते हुए कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम इस्लाम के अन्य पवित्र स्थलों को भी खो बैठेंगे.
गौरतलब है कि अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने इसी महीने एलान किया था कि बैतुल मुकद्दस (यरूशलम) को इजरायल की राजधानी बनाया जाता है, उनके इस फ़ैसले का जहां इस्लामिक जगत के मुसलमान जहां उनका कड़ा विरोध कर रहे हैं, वहीं तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगान ने भी ट्रंप का खुलकर विरोध किया है.
इतना ही नहीं उन्होंने उन मुस्लिम देशों की भी कड़ी निंदा की है, जिन्होंने डोनाल्ड ट्रंप के इस फ़ैसले पर कमज़ोर प्रतिक्रिया जाहिर की थी. बीते शनिवार को रजब तैय्यब एर्दोगान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से मांग की थी कि डोनाल्ड ट्रंप के फ़ैसले को रद्द कर दें.
उन्होंने कहा था कि कि अगर सुरक्षा परिषद इस बारे में कोई ठोस कदम उठाने में नाकाम रहती है तो अमरीकी फ़ैसला का जवाब देने के लिए तुर्की जो ज़रूरी होगा वह सब करेगा.
जानकारी के लिये बता दें कि कि मुस्लिम देशों के संगठन ओआईसी ने बीते सप्ताह बुधवार को तुर्की के इस्तांबुल शहर में अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस फ़ैसले की निंदा करते हुए पूर्वी यरूशलम को फ़िलिस्तीन की राजधानी घोषित किया था। संयुक्त राष्ट्र संघ पूर्वी यरूशलम पर इजरायल के क़ब्ज़े को गैरकानूनी मानता है.
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