पाकिस्तान ने श्रीलंका को 5 विकेट से हराकर एशिया कप 2025 में फाइनल की उम्मीद जिंदा रखी

23 सितंबर, 2025 को एशिया कप के सुपर फोर मैच में पाकिस्तान ने श्रीलंका को 5 विकेट से हराकर टूर्नामेंट के फाइनल में पहुँचने की अपनी उम्मीद जिंदा रखी। यह मैच एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) द्वारा आयोजित DP World एशिया कप 2025 का सुपर फोर स्टेज का तीसरा मैच था। श्रीलंका ने 20 ओवर में 133/8 का स्कोर बनाया, जिसे पाकिस्तान ने सिर्फ 18 ओवर में 138/5 से पूरा कर लिया — 12 गेंदें बचीं। ये जीत पाकिस्तान के लिए बहुत जरूरी थी, क्योंकि उनकी पिछली सुपर फोर मैच में हार के बाद फाइनल की उम्मीदें टूट रही थीं।

श्रीलंका का टूटता हुआ बल्लेबाजी निर्माण

श्रीलंका की बल्लेबाजी शुरू ही बर्बाद हो गई। 43/3 पर कुसल पेरेरा के आउट होने के बाद टीम 58/5 पर पहुँच गई — ये ऐसा स्थिति थी जहाँ किसी के लिए भी जीत की कोशिश करना असंभव लग रहा था। लेकिन फिर आया कामिंदु मेंदिस। उन्होंने 50 रन की अर्धशतक पारी खेली, जिसमें टीम को बचाने के लिए निरंतर दबाव बनाए रखा। उनकी बल्लेबाजी ने श्रीलंका के लिए एक अपेक्षित स्कोर बनाने में मदद की। उनके बाद बाकी बल्लेबाज अक्सर गेंदबाजों के शिकार हो गए।

पाकिस्तान के गेंदबाजों ने इस दबाव को और बढ़ाया। हरिस राउफ ने पहले ही ओवर में कुसल पेरेरा को आउट किया, जिससे श्रीलंका का मन बिगड़ गया। लेकिन असली चमत्कार अब्रार अहमद का था। उन्होंने चार ओवर में सिर्फ 19 रन दिए और तीन विकेट लिए — एक ऐसा स्पेल जिसे ESPN.com ने ‘श्रीलंका को स्तब्ध कर देने वाला’ बताया। शाहीन शाह अफरीदी ने भी अपनी गेंदों से बल्लेबाजों को डराया, लेकिन अब्रार की गेंदबाजी ने मैच का रुख बदल दिया।

पाकिस्तान की चालाक चेज

पाकिस्तान की बल्लेबाजी शुरुआत में तेज रही — पावरप्ले में 36 रन बिना किसी विकेट के गिरे। लेकिन फिर तेजी से विकेट गिरने लगे। सैम आयूब को सिर्फ 3 गेंदों में आउट किया गया। फाखर जमान, साहिबजादा फरहान और अघा सलमान भी जल्दी ही लौट गए। जब 90/4 पर पहुँचे, तो सबको लगा कि पाकिस्तान फिर से बर्बाद हो रहा है।

लेकिन यहीं पर दो अनसुने नाम ने ऐतिहासिक बदलाव ला दिया। हुसैन तलात और मोहम्मद नवाज। तलात ने 30 गेंदों में 32 रन बनाए, जबकि नवाज ने सिर्फ 24 गेंदों में 38 रन जड़े। दोनों ने 48 रन की अजेय साझेदारी बनाई, जिसमें एक भी गलती नहीं हुई। नवाज की बल्लेबाजी खासकर शानदार रही — उन्होंने अंतिम ओवर में दो चौके जड़कर मैच को आसानी से जीत लिया।

मैच का असली महत्व: भारत के खिलाफ फाइनल की राह

ये जीत सिर्फ एक मैच नहीं थी। ये एक जीवन-मरण का सवाल था। पाकिस्तान को इस मैच के बाद फाइनल में पहुँचने के लिए अगले दिन बांग्लादेश के खिलाफ जरूरी जीत चाहिए। भारत पहले से ही फाइनल में पहुँच चुका है — उन्होंने सुपर फोर में श्रीलंका और बांग्लादेश को हराया था। अगर पाकिस्तान बांग्लादेश को हरा देता है, तो वे फाइनल में भारत के सामने आएंगे। ये एक ऐसा मैच होगा जिसे पूरा दक्षिण एशिया देखेगा।

इस जीत के बाद पाकिस्तान की नेट रन रेट भी सुधर गई है। अगर बांग्लादेश और पाकिस्तान दोनों के पास समान अंक होंगे, तो नेट रन रेट फाइनल के लिए निर्णायक होगा। ये जीत ने टीम के आत्मविश्वास को भी बहाल कर दिया। शाहीन अफरीदी ने इस मैच से पहले कहा था, ‘हमें आलोचनाओं को नजरअंदाज करना होगा।’ और उन्होंने अपनी बात पर अमल किया।

अगला चरण: बांग्लादेश के खिलाफ अंतिम लड़ाई

अगला चरण: बांग्लादेश के खिलाफ अंतिम लड़ाई

26 सितंबर को धाका में होने वाला मैच अब एक बड़ी लड़ाई बन गया है। बांग्लादेश ने अभी तक सुपर फोर में एक जीत दर्ज की है — भारत के खिलाफ। लेकिन उनकी बल्लेबाजी अस्थिर रही है। अगर पाकिस्तान की टीम अपनी तेजी और बल्लेबाजी की स्थिरता बरकरार रखती है, तो वे इस मैच को भी जीत सकते हैं।

अगर पाकिस्तान जीत जाता है, तो यह फाइनल मैच भारत-पाकिस्तान के बीच होगा — एशिया के सबसे बड़े क्रिकेट रिवाल्वर में। ये मैच सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक घटना होगी। लाखों लोग अपने टीवी पर बैठकर इसे देखेंगे। अगर पाकिस्तान हार जाता है, तो यह टूर्नामेंट का अंतिम दौर होगा।

क्या अगले दिन होगा?

अगर पाकिस्तान बांग्लादेश को हरा देता है, तो फाइनल की तैयारी शुरू हो जाएगी। टीम को अब श्रीलंका के खिलाफ अपनी बल्लेबाजी की रणनीति को फिर से देखना होगा — खासकर शुरुआती ओवरों को और अधिक सुरक्षित बनाना होगा। गेंदबाजी में अब्रार अहमद को अगले मैच में भी पहले ओवरों में भेजा जा सकता है। शाहीन अफरीदी की गेंदबाजी भी फाइनल में निर्णायक होगी।

ये टूर्नामेंट अब सिर्फ क्रिकेट नहीं, बल्कि भावनाओं का खेल बन गया है। एक जीत लाखों दिलों को जोड़ देती है। एक हार उन्हें टूट देती है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

पाकिस्तान को फाइनल में पहुँचने के लिए क्या करना होगा?

पाकिस्तान को 26 सितंबर को बांग्लादेश के खिलाफ जीतना होगा। अगर वे जीतते हैं, तो उनके अंक और नेट रन रेट भारत के बराबर हो जाएंगे, और वे फाइनल में पहुँच जाएंगे। अगर हार गए, तो टूर्नामेंट से बाहर हो जाएंगे।

मोहम्मद नवाज और हुसैन तलात की साझेदारी क्यों इतनी महत्वपूर्ण थी?

पाकिस्तान की टीम 90/4 पर थी और जीत की उम्मीदें टूट रही थीं। नवाज और तलात ने 48 रन की अजेय साझेदारी बनाकर टीम को बचाया। उन्होंने दबाव में शांति बरकरार रखी, जिससे आखिरी ओवर में आसानी से जीत हासिल हुई।

अब्रार अहमद की गेंदबाजी क्यों इतनी प्रभावी रही?

अब्रार ने चार ओवर में सिर्फ 19 रन दिए और तीन विकेट लिए। उनकी स्पिन और गति का बदलाव श्रीलंका के बल्लेबाजों को बेकाबू कर दिया। उनकी गेंदबाजी ने श्रीलंका को 150 के पार जाने से रोक दिया, जो पाकिस्तान के लिए एक आसान चेज बन गई।

श्रीलंका के लिए इस हार का क्या असर होगा?

श्रीलंका अब फाइनल में पहुँचने की कोशिश छोड़ चुका है। लेकिन कामिंदु मेंदिस की पारी ने उनके भविष्य के लिए आशा बचाई। अगर वे अपने युवा खिलाड़ियों को इस तरह के दबाव में खेलने देते रहें, तो आने वाले टूर्नामेंट में वे बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।

भारत-पाकिस्तान फाइनल का मैच कब हो सकता है?

अगर पाकिस्तान बांग्लादेश को हरा देता है, तो फाइनल 28 सितंबर को होगा। यह मैच दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा क्रिकेट इवेंट होगा, जिसे लाखों लोग टीवी पर देखेंगे। इसकी भावनात्मक और राजनीतिक प्रतिक्रिया भी अनोखी होगी।

क्या इस जीत ने पाकिस्तानी टीम के लिए कोई नया नेतृत्व बना दिया?

हाँ। मोहम्मद नवाज और हुसैन तलात ने अपनी बल्लेबाजी से टीम का बचाव किया। अब्रार अहमद ने गेंदबाजी में जिम्मेदारी ली। ये दोनों खिलाड़ी अब टीम के नए चेहरे बन गए हैं। रिजवान की नेतृत्व भूमिका अभी भी बनी हुई है, लेकिन अब टीम का दबाव एक नए बिंदु पर है।

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