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जयपुर। राजधानी में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे देखकर इस देश की सांस्कृतिक एकता का अहसास होता है। राजधानी में एक मुस्लिम छात्र ने श्रीमद्भागवत गीता पर निबंध लिखने की प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया है.
जयपुर। राजधानी में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे देखकर इस देश की सांस्कृतिक एकता का अहसास होता है। राजधानी में एक मुस्लिम छात्र ने श्रीमद्भागवत गीता पर निबंध लिखने की प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. इतना ही नहीं एक मुलिस्म छात्रा ने गीता के श्लोक बोलने की प्रतियोगिता जीती है.
दरअसल, राजधानी के कानोता सरकारी स्कूल में दसवीं कक्षा के एक मुस्लिम छात्र नदीम ने श्रीमद्भागवत गीता पर निबंध लिखने की प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. यही नहीं एक मुस्लिम छात्रा ने ही गीता के श्लोक बोलने की प्रतियोगिता भी जीती है.
बता दें कि प्रतियोगिताओं का आयोजन अक्षय पात्र फांउडेशन की ओर से किया गया था। इसमें राजस्थान के 200 स्कूलों के आठ हजार छात्र- छात्राएं शामिल हुए. नदीम के अलावा प्रतियोगिता में दूसरी की छात्रा जाहीन नकवी और चौथी कक्षा की छात्रा जोराबिया नागौरी शामिल है। इन तीनों छात्र-छात्राओं को प्रदेश के शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने बुधवार को सम्मानित किया.
इस दौरान शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा है कि गीता जीवन जीना सीखाती है. यह जीवन जीने का मंत्र है। उन्होंने इसे सभी धर्म, वर्ग के लिए समान रूप से उपयोगी बताया तथा कहा कि भगवद्गीता को राज्य के 13 हजार 500 विद्यालयों में रखवाया गया है.
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